मंगलवार, 22 जनवरी 2013

प्यार सच्चाई है


प्यार पागलपन ,है प्यार मे गहराई है
बजती रही दिल मे प्यार की शहनाई है
अदाये तेरे प्यार की इस दिल मे समाई है
प्यार भोलापन विश्वास है प्यार सच्चाई है

प्यार दिलो मे पलता है दिलो को छलता है
ख्वाब अरमानो मे पलता है सपनो मे मचलता है
दर्द की कीमत पर निकलते है आंसू
दर्द आंसुओ के रुप मे आँखों से निकलता है

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न बिकती हर चीज

लज्जा का आभूषण करुणा  के बीज कौशल्या सी नारी तिथियों मे तीज  ह्रदय मे वत्सलता  गुणीयों का रत्न   नियति भी लिखती है  न बिकती हर चीज