सोमवार, 29 अक्तूबर 2012

प्रवाह

प्रवाह गति का द्योतक है
प्रवाह का उज्जवल भावी है 

वर्तमान रोचक है
प्रवाह जल जीवन और पवन ने पाया है
प्रवाहित होकर जल नदिया और निर्झर बन पाया है
प्रवाहित जल में विद्युत ऊर्जा समाई है
वैचारिक प्रवाह ने ही अलख चिंतन की जगाई है
प्रवाह ही तो जीवन को नवीन दिशा दे पाता है
गहन निशा की उदासी में उल्लास का शशि जग -मगाता है
तरुणाई की ताकत और अनुभव ज्ञान भी प्रवाहित होते है
प्रवाहित जीवन को दिशा देकर बीज रचना के बोते है
दिशाए हमारे जीवन की दशा बदलती है
सही दिशा पाकर ही तो जिंदगी सम्हलती है
प्रवाह में जिंदगी पलती है
ज्योत आशा की जलती है
अभिलाषा की कलि विचारों के उपवन में खिलती है
इसलिए प्रवाह को प्रवाहित होने दो अपनी गति से
प्रवाह की सार्थकता है उत्त्थान और उन्नति से
प्रवाह से से मिलेगे सभी को हल
प्रवाह से प्रसारित होंगे पखेरू 

फैलायेगे पंख सजायेगे कल
प्रवाहित जल से है सिंचित भूमि 

लहलहाया मरुथल
प्रवाह चेतना का भाव है
जड़ता के घने वन  में सक्रियता का गाँव है

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न बिकती हर चीज

लज्जा का आभूषण करुणा  के बीज कौशल्या सी नारी तिथियों मे तीज  ह्रदय मे वत्सलता  गुणीयों का रत्न   नियति भी लिखती है  न बिकती हर चीज